tag:blogger.com,1999:blog-6458098795096673648.post1455350840347144261..comments2023-11-23T17:28:22.190+05:30Comments on गीत सलिला आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल': गीत: राम कथाएँ - सलिलUnknownnoreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-6458098795096673648.post-66277863690083596062009-06-17T07:56:20.988+05:302009-06-17T07:56:20.988+05:30vastav men aacharya ji aapko padhkar anand aagaya,...vastav men aacharya ji aapko padhkar anand aagaya, anupam manoharini rachna ke liye badhai.Yogesh Verma Swapnhttps://www.blogger.com/profile/01456159788604681957noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6458098795096673648.post-19256695849565287462009-06-16T21:58:46.805+05:302009-06-16T21:58:46.805+05:30आनन्द आ जाता है आपको पढ़कर. बहुत ही उम्दा कृति.आनन्द आ जाता है आपको पढ़कर. बहुत ही उम्दा कृति.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6458098795096673648.post-4163507105984786832009-06-16T21:56:28.354+05:302009-06-16T21:56:28.354+05:30बहुत सुन्दर रचना है आचार्य जी.बहुत सुन्दर रचना है आचार्य जी.संजय तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/12255878761091728878noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6458098795096673648.post-37566201454649615712009-06-16T21:11:32.825+05:302009-06-16T21:11:32.825+05:30आचार्य सलिल जी
सादर अभिवादन
बहुत भावपूर्ण सुन्दर श...आचार्य सलिल जी<br />सादर अभिवादन<br />बहुत भावपूर्ण सुन्दर शब्दों में पिरोई रचना है . धन्यवाद्.<br />महेंद्र मिश्र<br />जबलपुर.समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6458098795096673648.post-73393994213549679292009-06-16T20:55:43.337+05:302009-06-16T20:55:43.337+05:30आपने मेरे ब्लोक पर टिप्पणी दी...और आपके सुझावों से...आपने मेरे ब्लोक पर टिप्पणी दी...और आपके सुझावों से मुझे आगे लिखने के लिए मार्ग-दर्शन मिलेगा...आपको हार्दिक धन्यवाद...<br /><br />मैं गजल की शौकीन हूँ...आगे भी अपनी गलतियों पर आपका मार्गदर्शन चाहूँगी...उम्मीद है कि आप इस पर जरूर ध्यान देंगे... <br /><br />आपका ब्लॉग पढ़ा...काफी अच्छा लगा...खासकर भजनवाला...समय निकालकर बाकी भी जरूर पढूँगी....<br /><br />धन्यवाद...<br /><br />jarokha <br /><br />मई ७, २००९, ८.३८ ए.एम.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6458098795096673648.post-35039245468049144842009-06-16T20:46:09.008+05:302009-06-16T20:46:09.008+05:30सुन्दर हिंदी में एक सुन्दर रचना के लिए साधुवाद.
ह...सुन्दर हिंदी में एक सुन्दर रचना के लिए साधुवाद.<br /><br />हेम पाण्डेय <br />मई २-२००९,, ११.४७ पी. एम्.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6458098795096673648.post-61995981884524939012009-06-16T20:41:44.455+05:302009-06-16T20:41:44.455+05:30आपका ब्लॉग मुझे बहुत अच्छा लगा और अपने बहुत ही सुन...आपका ब्लॉग मुझे बहुत अच्छा लगा और अपने बहुत ही सुन्दर लिखा है. <br /><br />बबली <br />अप्रैल ३०, २००९, १०.२१ पी.एम.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6458098795096673648.post-6664788115236222292009-06-16T20:36:23.330+05:302009-06-16T20:36:23.330+05:30सलिल जी!
आपकी कविता मुझे सचमुच बहुत अच्छी लगी.
...सलिल जी!<br /><br />आपकी कविता मुझे सचमुच बहुत अच्छी लगी. <br /><br />आपके ब्लॉग ने मुझे सचमुच प्रभावित किया है. <br /><br />प्रेम फर्रुखाबादी<br />२६ अप्रैल २००९, १२.५२ ए. एम.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6458098795096673648.post-42328402193831148882009-06-16T20:31:37.607+05:302009-06-16T20:31:37.607+05:30आचार्य जी!
यह मेरा पहला प्रयास है आपसे संपर्क स्थ...आचार्य जी!<br /><br />यह मेरा पहला प्रयास है आपसे संपर्क स्थापित करने का. ऐसा मैं सोचता हूँ कि आप अन्यथा न लेंगे. <br /><br />आपकी दोहा कक्षाओं को अपने डेस्क टॉप पर डाल लिया है. इस कोशिश में हूँ कि विचारार्थ प्रस्तुत करने की हिम्मत जुटा सकूँ. <br /><br />आज के दौर में बड़ी ही सामयिक सीख है कि:- <br /><br />करें अर्चना स्वहितों की तन्मय होकर।<br />वरें वंदना-पथ विधि का मृण्मय होकर।<br />करें कामना, सफल साधना हो अपनी।<br />लीन प्रार्थना में होते बेकल होकर।<br />तृप्ति-अतृप्ति नहीं कुछ, मृग- त्रिश्नाएं हैं।<br />सबकी अपनी-अपनी राम कथाएँ हैं.....<br /><br />आदर सहित-<br />मुकेश कुमार तिवारी<br />१४ अप्रैल २००९, २.०१ ए. एम.Anonymousnoreply@blogger.com