tag:blogger.com,1999:blog-6458098795096673648.post1388698287017938917..comments2023-11-23T17:28:22.190+05:30Comments on गीत सलिला आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल': नव गीत : चलो भूत से मिलकर आएँ... -संजीव 'सलिल'Unknownnoreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-6458098795096673648.post-41198076199478142512009-11-19T12:39:31.599+05:302009-11-19T12:39:31.599+05:30Dipak 'Mashal' ने कहा…
इतिहास पढने और समझ...Dipak 'Mashal' ने कहा… <br />इतिहास पढने और समझने के लिए बड़े ही प्रभावी ढंग से उकसाया है आपने... आपकी तो हर रचना कमाल है तभी आचार्य हैं हम जैसे शिष्यों के..<br />समय मिले तो इस शिष्य की रचनाएँ पढ़ राह दिखाएँ... www.swarnimpal.blogspot.com पर<br />जय हिंद...<br /><br />November 14, 2009 9:33 PM <br /> dr. ashok priyaranjan ने कहा… <br />अच्छा लिखा है आपने । सहज विचार, संवेदनशीलता और रचना शिल्प की कलात्मकता प्रभावित करती है ।<br /><br />मैने भी अपने ब्लाग पर एक लेख लिखा है-घरेलू हिंसा से लहूलुहान महिलाओं का तन और मन-समय हो तो पढ़ें और कमेंट भी दें ।<br />http://www.ashokvichar.blogspot.com<br /><br />कविताओं पर भी आपकी राय अपेक्षित है। कविता का ब्लाग है-<br />http://drashokpriyaranjan.blogspot.comDivya Narmadahttps://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6458098795096673648.post-77454980737065694532009-11-18T10:44:13.035+05:302009-11-18T10:44:13.035+05:30लाजवाब आपकी रचना पर यही कहूंगा की लोग भुत से डरते ...लाजवाब आपकी रचना पर यही कहूंगा की लोग भुत से डरते हैं पर आपकी रचना भुत से प्रेम करना सिखाती है सच यही भुत है !!!!Murari Pareekhttps://www.blogger.com/profile/16625386303622227470noreply@blogger.com